स्वदेशी इनक्रेडिबल न्यूज़ में आपका स्वागत है

बारी महाकुंभ 2025: सामाजिक एकता की आड़ में निजी राजनीतिक स्वार्थ की सिद्धि?

इस खबर के स्पोंसर है सॉफ्टनिक इंडिया, शाही मार्केट, गोलघर, गोरखपुर


लखनऊ 27 अप्रैल 2025 को लखनऊ स्थित उत्तराखंड गेस्ट हाउस में आयोजित बारी महाकुंभ को लेकर अब कई सवाल खड़े हो रहे हैं। जिस उद्देश्य को लेकर देश भर से समाज के युवा, बुज़ुर्ग और पदाधिकारी आमंत्रित किए गए थे—वह उद्देश्य अब प्रश्नों के घेरे में आ चुका है।

आयोजन को सामाजिक एकता, जागरूकता और संगठनात्मक मजबूती के मंच के रूप में प्रस्तुत किया गया था, लेकिन सामने आई तस्वीरें और घटनाक्रम यह दर्शा रहे हैं कि असल मक़सद कुछ और ही था। सूत्रों और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आयोजकों में प्रमुख रूप से बारी अजय आर्य, अनूप बारी और सुनील बारी ने इस मंच का इस्तेमाल अपनी व्यक्तिगत राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को हवा देने के लिए किया।

देश और प्रदेश के कोने-कोने से बुलाए गए लोगों को केवल भीड़ के रूप में प्रस्तुत किया गया, न कि समाजहित के निर्णयों में उन्हें शामिल किया गया। इस बात की पुष्टि आयोजन के बाद किसी भी प्रकार की समीक्षा बैठक का न होना करता है। मंच संचालन, सम्मान सूची, और सुरक्षा व्यवस्थाएं पहले से ही विवादों में घिरी रहीं—इन सबके बीच आयोजन की आड़ में तीन चेहरों की व्यक्तिगत ब्रांडिंग ज़्यादा उजागर हुई।

अब जब आयोजन समाप्त हो गया है, तब कहीं जाकर स्पष्ट हो रहा है कि यह ‘महाकुंभ’ असल में एक सुनियोजित प्रयास था जिससे समाज के नाम पर व्यक्तिगत राजनीतिक स्वार्थ साधे जा सकें। आयोजन से जुड़ी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जो इस पूरे कथानक को और अधिक स्पष्टता से सामने रख रहे हैं।

 निष्कर्षतः  यह कहा जा सकता है कि बारी महाकुंभ 2025 की आड़ में समाज का नहीं बल्कि व्यक्तियों का प्रचार-प्रसार हुआ, और यदि अब भी समाज के लोग इसे समझ नहीं पा रहे हैं, तो यह भविष्य के लिए एक चेतावनी स्वरूप है।

Support India to emerge as a knowledge society by identifying and nurturing the inner strength of youth and rural people, so that India can be transformed into a developed nation..

Er. Shakti Shankar Singh (Chief Editor)

latest post