- by Mahtab Alam
- 2025-12-10 14:56:53
स्वदेशी इनक्रेडिबल न्यूज़
परिवार के करीबी युवक ने भरोसे का फायदा उठाकर की थी वारदात**
गोरखपुर।
शाहपुर थाना क्षेत्र में मां-बेटी की निर्मम हत्या के 13 दिन बाद पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा कर दिया है। जांच में सामने आया कि वारदात किसी बाहरी बदमाश ने नहीं, बल्कि परिवार के बेहद करीबी युवक ने की थी। आरोपी रेलवे कर्मचारी का बेटा है, जो BA अंतिम वर्ष का छात्र है।
पुलिस के अनुसार, 23 नवंबर की रात आरोपी युवक रजत (21) ने शांति जायसवाल (75) और उनकी बेटी विमला (50) को पहले शराब पिलाई। दोनों के नशे में होने पर उसने हथौड़े से ताबड़तोड़ वार कर उनकी हत्या कर दी। वारदात के बाद घर से करीब 4.50 लाख रुपये नकद और सोने का ब्रेसलेट लेकर फरार हो गया।
पूछताछ में युवक ने कबूल किया कि उसने अपनी गर्लफ्रेंड के पिता का कर्ज चुकाने के लिए लूट की नीयत से यह हत्या की। लूट के पैसों से उसने गर्लफ्रेंड को मोबाइल फोन खरीदा और शेष रकम से कर्ज चुका दिया।
इस हत्याकांड को सुलझाने के लिए पुलिस को काफी मेहनत करनी पड़ी।
800 CCTV कैमरों की फुटेज खंगाली गई
200 मोबाइल नंबरों की डिटेल की जांच हुई
मोहल्ले और परिवार के लोगों से घंटों पूछताछ की गई
तकनीकी जांच और घटनास्थल के विश्लेषण से पुलिस को सुराग मिला और मुखबिर की सूचना पर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।
वारदात में इस्तेमाल हथौड़ा कपड़े में लिपटा होने के कारण उस पर फिंगरप्रिंट नहीं मिले। घर में जबरन घुसने के कोई निशान भी नहीं थे, जिससे बाहरी हमलावर की संभावना कम लग रही थी। इसी आधार पर पुलिस ने ‘करीबी’ के एंगल से जांच को आगे बढ़ाया।
घटना वाले दिन विमला रोज की तरह काम से लौटकर घर आई थी। अगले दिन दुकान मालिक रामानंद ने उसे कई बार फोन किया, लेकिन जवाब न मिलने पर शाम को उसके घर पहुंचा। दरवाजा बंद मिलने पर पुलिस को सूचना दी गई। दरवाजा तोड़ने पर मां-बेटी के शव अंदर पड़े मिले।
गिरफ्तार युवक रजत मां-बेटी के घर से महज 200 मीटर दूरी पर आवास विकास कॉलोनी में रहता है। दोनों परिवारों के बीच पहले से भरोसे और परिचय का संबंध था, जिसका फायदा उठाकर उसने वारदात को अंजाम दिया।
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Er. Shakti Shankar Singh (Chief Editor)