- by Mahtab Alam
- 2025-12-13 18:42:32
स्वदेशी इनक्रेडिबल न्यूज़
गोरखपुर। जिलाधिकारी दीपक मीणा ने जिले में किसानों को खाद-बीज की कमी से हो रही परेशानियों पर गंभीर रुख अपनाया है। उन्होंने कृषि अधिकारी और एडीएम (वित्त एवं सहकारिता) को फोन पर निर्देश देते हुए कहा कि किसी भी किसान को खाद या बीज के लिए लाइन में खड़ा होकर तकलीफ नहीं उठानी चाहिए। डीएम ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि जिले के हर वितरण केंद्र पर पर्याप्त मात्रा में खाद-बीज उपलब्ध रहे ताकि किसानों को सहजता से सामग्री प्राप्त हो सके।
डीएम ने निर्देश दिए कि जहां भी किसानों की भीड़ या लंबी लाइनें लग रही हों, वहां संबंधित एसडीएम और पुलिस अधिकारी मौके पर उपस्थित रहकर वितरण कार्य की निगरानी करें। किसानों को अनुशासित ढंग से पंक्ति में रखकर सुगमता से खाद-बीज वितरित किया जाए ताकि किसी को धक्का-मुक्की या अव्यवस्था का सामना न करना पड़े। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रशासन की प्राथमिकता किसानों को समय से राहत देना है, न कि उन्हें परेशानियों में डालना।
डीएम दीपक मीणा ने कृषि विभाग के अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि प्रतिदिन सुबह 10 बजे तक यह रिपोर्ट जिला प्रशासन को उपलब्ध कराई जाए कि जिले के प्रत्येक केंद्र पर खाद और बीज की कितनी मात्रा उपलब्ध है, कितनी वितरण हो चुकी है और किन केंद्रों पर समस्या बनी हुई है। उन्होंने कहा कि जहां भी स्टॉक की कमी या वितरण में विलंब की सूचना मिले, वहां तुरंत आपूर्ति सुनिश्चित की जाए ताकि किसानों की बोआई प्रभावित न हो।
उन्होंने कहा कि खाद-बीज वितरण से संबंधित शिकायतों का निस्तारण उसी दिन किया जाए। यदि किसी केंद्र पर किसानों की शिकायत मिलती है, तो कृषि अधिकारी और संबंधित एसडीएम मौके पर पहुंचकर समस्या का समाधान करें। डीएम ने चेतावनी दी कि लापरवाही या शिथिलता बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
साथ ही डीएम दीपक मीणा ने अपने कार्यालय में आए फरियादियों की समस्याओं को भी गंभीरता से सुना और मौके पर मौजूद अधिकारियों को फोन कर तत्काल समाधान के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोई भी फरियादी बार-बार दफ्तरों का चक्कर न लगाए। उसकी समस्या का निस्तारण तत्काल किया जाए ताकि उसे राहत मिले और प्रशासन पर भरोसा कायम रहे।
डीएम ने कहा कि शासन की मंशा किसानों की सुविधा सुनिश्चित करने की है। जिले के अधिकारी इस दिशा में सक्रियता दिखाएं ताकि खाद-बीज की आपूर्ति सुचारू रूप से जारी रहे और किसान निश्चिंत होकर रबी की तैयारी कर सकें।
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Er. Shakti Shankar Singh (Chief Editor)