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खुशियों का घर उजाड़ गया, एक ही बाइक पर निकले दो दोस्त, साथ में आई मौत

इस खबर के स्पोंसर है सॉफ्टनिक इंडिया, शाही मार्केट, गोलघर, गोरखपुर


गाजीपुर। जिंदगी कभी-कभी इतनी बेरहम हो जाती है कि खुशियों से भरे घर को पलक झपकते ही शोक के सागर में डुबो देती है। शादियाबाद थाना क्षेत्र के खुटहीं गांव में सोमवार की रात ऐसा ही मंजर देखने को मिला, जब दो जिगरी दोस्तों की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत ने पूरे गांव को मातम में डुबो दिया।
दिलीप कन्नौजिया (25) और संदीप गुप्ता (22)—बचपन से एक-दूसरे के सुख-दुख के साथी—सोमवार को बाइक पर निकले थे, फिर कभी लौटकर नहीं आए। किसी को नहीं पता कि वे किस वजह से आजमगढ़ के ऐरा फद्दूपुर तक चले गए, लेकिन वहां जो हुआ, उसने सबकुछ बदल दिया।
देर रात जब खबर आई कि दोनों युवक दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हैं, तो परिजनों के पैरों तले जमीन खिसक गई। संदीप ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि दिलीप को वाराणसी ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में उसने भी जिंदगी से हार मान ली।
सबसे दुखद बात यह रही कि दिलीप के बड़े भाई की शादी महज दस दिन पहले ही 23 मई को हुई थी। घर में अभी भी शादी की सजावटें टंगी थीं, हंसी की गूंज गूंजती थी, लेकिन अब वहां सन्नाटा है, आंसू हैं और एक सवाल—"क्यों?"
संदीप गुप्ता, जो रोज़ी-रोटी के लिए मुंबई में सब्जी बेचता था, अपने दोस्त के भाई की शादी में शामिल होने खासतौर से गांव आया था। किसे पता था कि यह उसकी आखिरी यात्रा होगी... वो भी अपने सबसे अच्छे दोस्त के साथ।
मंगलवार की सुबह शादियाबाद पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने कहा कि तहरीर मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
आज खुटहीं गांव में कोई मुस्कुराहट नहीं है, सिर्फ सिसकियाँ हैं, आंखें नम हैं और दिल भारी—क्योंकि एक साथ दो जवान बेटे चले गए... और साथ में दो परिवारों की रौनक भी।

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Er. Shakti Shankar Singh (Chief Editor)

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