- by Mahtab Alam
- 2025-06-08 12:07:25
स्वदेशी इनक्रेडिबल न्यूज़
गोरखपुर 21 मई को जामिया अल इस्लाह एकेडमी नौरंगाबाद गोरखनाथ में छह दिवसीय समर कैंप का उद्घाटन मुख्य अतिथि नायब काजी मुफ्ती मुहम्मद अजहर शम्सी व विद्यालय के संस्थापक अली अहमद ने किया। कैंप में बच्चे हर दिन नई थीम से जुड़ेंगे। शिक्षक आसिफ महमूद ने छह दिनों तक चलने वाली विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला।कैंप में करीब 100 से अधिक बच्चे विभिन्न एक्टिविटीज में भाग ले रहे हैं।
मुफ्ती अजहर शम्सी व अली अहमद ने कहा कि समर कैंप का उद्देश्य बच्चों के लिए मनोरंजन और शिक्षा का अवसर प्रदान करना है। समर कैंप बच्चों के विकास में सहायक है। समर कैंप बच्चों को नए कौशल सीखने, नए दोस्त बनाने और स्वतंत्रता विकसित करने के लिए मजेदार और रोमांचक अवसर प्रदान करने वाला एक अद्भुत अनुभव साबित होगा। बच्चे की चाहे जो भी रुचि हो, शिविर बच्चों को महत्वपूर्ण सामाजिक, भावनात्मक और संज्ञानात्मक कौशल विकसित करने में मददगार बनेगा।
कैंप संयोजक कारी मुहम्मद अनस रजवी ने कहा कि बच्चों में सामाजिक कौशल विकसित करने के लिए समर कैंप एक बेहतरीन जगह है। यह नए लोगों से मिलने, दोस्त बनाने और सकारात्मक और सम्मानपूर्वक दूसरों के साथ बातचीत करने का तरीका सीखने का अवसर प्रदान करता है। बच्चे समूह गतिविधियों में भाग लेने के दौरान संचार, टीम वर्क और समस्या सुलझाने के कौशल का भी अभ्यास करते हैं।
विद्यालय के संचालक आसिफ महमूद ने कहा कि समर कैंप में बच्चे नए कौशल सीखते हैं और विभिन्न प्रकार के अनुभव प्राप्त करके आत्मविश्वास का निर्माण करते हैं। रचनात्मक चिंगारी के लिए, समर कैंप बच्चों को सीखने का पर्याप्त अवसर प्रदान करता है। समर कैंप में भाग लेने से बच्चे मूल्यवान जीवन कौशल प्राप्त करते हैं और एक सुरक्षित और सहायक वातावरण में आनंद लेते हैं।
अल कलम एजुकेशनल एंड वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष हाफिज रहमत अली निजामी ने कहा कि समर कैंप में शिक्षकों का समर्थन बच्चों को दृढ़ता प्रदान करेगा। बाधाओं को दूर करने में मददगार साबित होगा। बच्चों को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करने में मदद करेगा। कैंप में भाग लेने से बच्चे मूल्यवान जीवन कौशल प्राप्त कर एक सुरक्षित और सहायक वातावरण में आनंद लेते हैं।
इस मौके पर विद्यालय की प्रधानाचार्या आयशा खातून, उप प्रधानाचार्या शीरीन आसिफ, बेलाल अहमद, तनवीर, आरजू, अदीबा, फरीदा, मंतशा, फरहीन, आयशा, सना, तानिया, फरहत, यासमीन, गुल अफ्शा, नाजिया आदि मौजूद रहीं।
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Er. Shakti Shankar Singh (Chief Editor)