- by Amit Kumar Gond
- 2025-06-09 16:31:17
स्वदेशी इनक्रेडिबल न्यूज़
गोरखपुर 31मई पुण्यश्लोक रानी अहिल्याबाई होल्कर त्रिशताब्दी स्मृति अभियान-2025 के अंतर्गत आयोजित "महानगर323 गोरखपुर ग्रामीण विधानसभा पंचायत प्रतिनिधि सम्मेलन भाजपा महानगर गोरखपुर द्वारा वर्ड घाट रामलीला मैदान सभागार में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय उपस्थित रहे एवं गोरखपुर ग्रामीण विधायक विपिन सिंह, महानगर अध्यक्ष देवेश श्रीवास्तव,पूर्व महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता, शिव प्रसाद जायसवाल, श्वेता श्रीवास्तव, ओम प्रकाश शर्मा, अच्युतानंद शाही, इन्द्र मणि उपाध्याय,चारू चौधरी मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
पुण्यशलोक अहिल्याबाई होल्कर त्रिशाताबदी स्मृति अभियान के अंतर्गत आज रामलीला मैदान बर्ड घाट पर ग्रामीण विधानसभा पंचायत प्रतिनिधि सम्मेलन आयोजित किया गया।
पुण्यश्लोक देवी अहिल्याबाई होलकर शताब्दी अभियान कार्यक्रम की अध्यक्षता व विषय प्रस्तावना महानगर अध्यक्ष देवेश श्रीवास्तव ने व संचालन महानगर महामंत्री ओम प्रकाश शर्मा ने किया।
संगोष्ठी को संबोधित करते हुए क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय ने कहा कि रानी अहिल्याबाई अत्यंत दूरदर्शी प्रशासिका थी। राजमाता अहिल्याबाई का जन्म 31 मई 1723 ई को अहमदनगर के चौड़ी ग्राम में हुआ था राजमाता अहिल्याबाई ने ग्रामीण पृष्ठभूमि वाले एक सामान्य परिवार की बालिका से एक साधारण शासक तक की यात्रा पुरी की।समाज के सभी वर्गों का सम्मान प्रगति के अवसर देने वाली समरसता की दृष्टि उनके प्रशासन का आधार थी इन्हीं लोक कल्याणकारी कार्यों के कारण उन्हें लोकमाता कहा गया ।
राजमाता अहिल्याबाई होलकर एक अद्वितीय व्यक्तित्व की धनी महिला थी जिन्होंने अपने शासनकाल में मध्य प्रदेश के मालवा क्षेत्र को एक नई दिशा दिखाई उनकी न्यायप्रियता प्रशासनिक क्षमता और धार्मिक सहिष्णुता ने उन्हें एक आदर्श शासक बनाया ।
राजमाता अहिल्याबाई होल्कर का जीवन इस बात का ज्वलंत प्रमाण है कि उन्होंने व्यक्तिगत सुख सुविधाओं और यहां तक की गहरे निजी दुखों को भी परे रखकर अपने संपूर्ण जीवन काल में सदैव प्रजा के कल्याण और लोकहित को सर्वोपरि प्राथमिकता दी।
विधायक विपिन सिंह ने कहा कि राजमाता अहिल्याबाई होलकर की 300 वीं जयंती के अवसर पर हम उनके इन्हीं गुणों को अपने जीवन में उतार कर विकसित भारत के संकल्प को साकार करने हेतु एक नई ऊर्जा प्राप्त कर सकते हैं।
आज की युवा पीढ़ी को पुण्य श्लोक राजमाता अहिल्याबाई के बारे में अवश्य जानना चाहिए जिससे वह अपने जीवन को राष्ट्रीय पुनर्निर्माण के पवित्र कार्य में प्रतिबद्धता पूर्वक लगा सके।
पुण्य श्लोक अहिल्याबाई होल्कर जी का जीवन शौर्य, साधना, सेवा समर्पण, संयम और सादगी का अप्रतिम उदाहरण हैं। उनकी अद्वितीय शासन कला, समाजिक न्याय, सांस्कृतिक राष्ट्रवाद और धार्मिक आस्था ने एक ऐसा मार्ग प्रशस्त किया जो हम सभी के लिए आज भी प्रेरणादायी है। हम उनके महान व्यक्तित्व का स्मरण करते हुए उनसे प्रेरणा लें।
धर्म एवं समर्पण की प्रतिमूर्ति महान वीरांगना महारानी अहिल्याबाई होलकर जी। सेवा धर्मनिष्ठा न्यायप्रियता और लोक कल्याण की प्रतीक।
उनका जीवन महिला सशक्तिकरण सामाजिक उत्थान और सांस्कृतिक पुनरुत्थान का प्रकाश स्तंभ है जो हमें युगों युगों तक प्रेरणा प्रदान करता रहेगा।
उन्होंने कहा कि देवी अहिल्याबाई जी ने अपने जीवन में त्याग और सेवा के माध्यम से राष्ट्र को सर्वोपरि रखा।
उन्हीं के आदर्शों पर चलते हुए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत को आत्मनिर्भर बना रहे हैं और देश को विश्व गुरु के रूप में स्थापित कर रहे हैं।
अहिल्याबाई होल्कर द्वारा सांस्कृतिक पुनरुत्थान पर हमेशा बल दिया गया और उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर, सोमनाथ मंदिर का जीर्णोद्धार कर पुन निर्माण करवाया इसके अतिरिक्त उनके द्वारा रामेश्वरम मंदिर व लगभग हर तीर्थ पर धर्मशालाएं बनवाई गई।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार और योगी सरकार लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर जी को आदर्श मानकर निरंतर कार्य कर रही है।
अहिल्याबाई ने अपने राज्य को रामराज्य का प्रतीक बनाया।
जिनका जीवन त्याग साहस सेवा और सनातन संस्कृति का जीवंत उदाहरण है और वह है पूण्यशलोक लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर जी।
इस अवसर पर मुख्य रूप से महानगर अध्यक्ष देवेश श्रीवास्तव,पूर्व महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता, श्वेता श्रीवास्तव, रत्नेश मौर्या, सपना श्रीवास्तव, ममता गुप्ता,महामंत्री अच्युतानंद शाही, उपाध्यक्ष बृजेश मणि मिश्रा, रणविजय शाही, वीरेंद्र पांडेय, पदमा गुप्ता, मनोज अग्रहरी, अवधेश अग्रहरी, अजय श्रीवास्तव, शिवम पाण्डेय, अशोक गुप्ता, विशाल गुप्ता मण्डल अध्यक्ष व पूर्व मण्डल अध्यक्ष रूपेश गुप्ता, अमित कुमार श्रीवास्तव, मु०अब्दुल्लाह, मुकेश चौधरी, श्रीराम पांडे सहित महानगर पदाधिकारी व मण्डल अध्यक्षगण व कार्यकर्ता सहित अन्य लोग ग्रामीण विधानसभा पंचायत प्रतिनिधि सम्मेलन में मौजूद रहे ।
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Er. Shakti Shankar Singh (Chief Editor)